
संविधान दिवस पर विधिक जागरूकता समारोह का आयोजन, लोकतंत्र की नींव और अधिकारों की अहमियत पर चर्चा
01 दिसंबर 2024 को सूर्यवंशी समाज केंद्रीय भवन, सुकली में संविधान दिवस और विधिक जागरूकता समारोह का आयोजन किया गया। यह आयोजन भारतीय संविधान की महत्ता और जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि माननीय एडवोकेट जी.के. गुजराल (हाई कोर्ट अधिवक्ता) थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय संजय गढ़ेवाल, अध्यक्ष केंद्रीय सूर्यवंशी समाज, जांजगीर-चांपा शक्ति कोरबा परिक्षेत्र ने की।

डॉ. भीमराव अंबेडकर के प्रति श्रद्धांजलि
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. भीमराव अंबेडकर की पूजा से हुई। उपस्थित अतिथियों और समाज के सदस्यों ने संविधान निर्माता के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित की। इसके बाद अतिथियों का मंचस्थ और भव्य स्वागत किया गया।

संविधान पर विचार-विमर्श
समारोह में मुख्य अतिथि और अन्य वक्ताओं ने संविधान की मूल भावना और इसके महत्व पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि जी.के. गुजराल ने कहा, “संविधान न केवल हमारे अधिकारों की रक्षा करता है, बल्कि यह हमें एक जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा भी प्रदान करता है।”
विशिष्ट अतिथियों का भी स्वागत और सम्मान किया गया। वक्ताओं ने संविधान के अध्ययन और विधिक जागरूकता के महत्व पर चर्चा की।
सफल संचालन और आयोजन
समारोह का कुशल संचालन सावन गुजराल (सांस्कृतिक सचिव), जितेंद्र रत्नाकर (शिक्षा सचिव), और सनत करियारे (शिक्षा सचिव) ने किया। उन्होंने अपने वक्तव्य में शिक्षा और जागरूकता को समाज की प्रगति का मूल स्तंभ बताया।
सामाजिक समरसता का संदेश
यह आयोजन समाज में जागरूकता और सामाजिक एकता को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित रहे और संविधान दिवस की भावना को आत्मसात किया।