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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सूर्यवंशी समाज सुधार संगठन ने किया परिवार मिलन समारोह का आयोजन

ग्राम झर्रा (09 मार्च 2025): अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में दिनांक 09 मार्च 2025 को सूर्यवंशी समाज सुधार संगठन, जांजगीर-चांपा, कोरबा, सक्ती परिक्षेत्र (छत्तीसगढ़) के तत्वाधान में ग्राम झर्रा में “परिवार मिलन समारोह” का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देना और समाज में महिलाओं की भागीदारी को मजबूत करना था।

कार्यक्रम में समाज के पुरुषों के साथ-साथ मातृशक्ति ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और सामाजिक चिंतन गोष्ठी के माध्यम से अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए। यह आयोजन अपने आप में एक क्रांतिकारी पहल साबित हुआ, जिसमें महिलाओं ने न केवल सहभागिता की बल्कि समाज के निर्माण और विकास के लिए अपनी राय भी खुलकर रखी।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य – नारी सशक्तिकरण
सूर्यवंशी समाज सुधार संगठन का यह मानना है कि समाज के सर्वांगीण विकास के लिए महिलाओं का सशक्तिकरण बेहद जरूरी है। कार्यक्रम के दौरान समाज के पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं ने एक मंच पर बैठकर समाज के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और सामाजिक निर्णय लेने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। यह पहल समाज में महिलाओं को स्वतंत्र रूप से अपनी बात रखने और समाज के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करने का एक महत्वपूर्ण कदम था।

महिलाओं की भागीदारी रही ऐतिहासिक
इस कार्यक्रम में झर्रा ग्राम की मातृशक्ति ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और समाज के महत्वपूर्ण विषयों पर अपनी राय रखी। उन्होंने समाज सुधार के लिए संगठन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि महिलाएं भी पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर समाज के फैसले लेने में अपनी भूमिका निभाएं। यह एक ऐतिहासिक क्षण था जब महिलाएं खुलकर मंच पर आकर अपने विचारों को व्यक्त कर रही थीं।

सामाजिक चिंतन गोष्ठी के दौरान विभिन्न विषयों पर गहन चर्चा की गई। महिलाओं ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय, महिला अधिकार, बालिका शिक्षा, नशा मुक्ति अभियान, दहेज प्रथा, बाल विवाह रोकथाम, विधवा पुनर्विवाह जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि अगर समाज को सशक्त बनाना है तो सबसे पहले महिलाओं को सशक्त करना होगा।

समाज में क्रांतिकारी परिवर्तन की शुरुआत
सूर्यवंशी समाज सुधार संगठन के तत्वाधान में आयोजित यह कार्यक्रम समाज के लिए एक नई क्रांति की शुरुआत माना जा रहा है। क्योंकि यह पहला ऐसा मंच था जहां पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी समान रूप से बैठकर समाज के निर्माण के लिए अपने विचार रख रही थीं। यह एक ऐतिहासिक अवसर था जब महिलाओं ने न केवल कार्यक्रम में उपस्थित होकर सहभागिता निभाई बल्कि समाज के महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए अपनी राय भी साझा की।

संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि यह कार्यक्रम इस बात का प्रतीक है कि अब महिलाएं पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर समाज सुधार के लिए काम करेंगी और सामाजिक निर्णय लेने में बराबरी का हक रखेंगी। संगठन का उद्देश्य है कि हर गांव, हर समाज में महिलाओं को आगे लाकर उन्हें समाज के मुख्य धारा से जोड़ा जाए और नारी सशक्तिकरण को मजबूत किया जाए।

ग्रामवासियों और संगठन के प्रति हार्दिक आभार
कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए ग्राम झर्रा के समस्त ग्रामीणों, माता-बहनों और संगठन के पदाधिकारियों ने एक-दूसरे को हार्दिक धन्यवाद और आभार प्रकट किया। संगठन ने कहा कि यह कार्यक्रम केवल एक शुरुआत है, भविष्य में और भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिससे समाज में महिलाओं की स्थिति और मजबूत हो सके।

सूर्यवंशी समाज सुधार संगठन, जांजगीर-चांपा, कोरबा, सक्ती परिक्षेत्र के सभी पदाधिकारियों ने ग्राम झर्रा के समस्त ग्रामवासियों और मातृशक्ति का तहेदिल से आभार व्यक्त किया और आगे भी इस प्रकार के कार्यक्रमों को आयोजित करने का संकल्प लिया।

“जहां नारी का सम्मान है, वहां देवताओं का वास है”
👉 नारी सशक्तिकरण ही समाज का सशक्तिकरण है।
👉 महिलाओं को निर्णय लेने का अधिकार देना, समाज में क्रांति लाने के समान है।

सूर्यवंशी समाज सुधार संगठन द्वारा आयोजित यह “परिवार मिलन समारोह” नारी सशक्तिकरण के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायक पहल के रूप में हमेशा याद किया जाएगा।

सूर्यवंशी समाज सुधार संगठन,
जांजगीर-चांपा, कोरबा, सक्ती परिक्षेत्र (छत्तीसगढ़)

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